फिर इस गम को मात मिल जायेगी
के जब कज़ा से हयात मिल जायेगी
सब भूल कर के हम भी सोयेंगे बहुत
पुर-सुकून जब वो रात मिल जाएगी
मैं जितने जवाब खोजूंगा इसके लिए
जिंदगी ले नए सवालात मिल जायेगी
उसके बेटे भी कमाने लगे है आज-कल
अब मुफलिसी से नजात मिल जायेगी
उसके लहजे पे जरा गौर करना तुम
बातों-बातों में मेरी बात मिल जायेगी
देखना, जिस रोज उसकी '' हाँ '' होगी
मुझको सारी कायनात मिल जायेगी