क्या मेरी मोहब्बत कम हो गयी है
या फिर कुछ शिद्दत कम हो गयी है
या फिर कुछ शिद्दत कम हो गयी है
खुदा तो अब भी वही रह गया यहाँ
क्यूँ मगर इबादत कम हो गयी है
पहले तो रोज मिला करते थे हम
कभी-2 की आदत कम हो गयी है
रस्मे निभाने के बहाने हैं तुम्हारे
सच में क्या फुर्सत कम हो गयी है
लुत्फ़ था बेवजह झगड़ने में भी
क्यूँ वो शिकायत कम हो गयी है
पशेमानी उनकी अच्छी नहीं है
लगे जैसे अदावत कम हो गयी है
अब तो लबों पे बद्दुआ नहीं लाते
भला क्यूँ शराफत कम हो गयी है