गम में भी जो ख़ुशी सी रहा करे
जिंदगी फिर जिंदगी सी रहा करे
यूँ तो रात-दिन तेरी याद साथ रहे
पर दिल को कुछ कमी सी रहा करे
जब भी मेरी आँखें बरसा करें यहाँ
तीरगी में भी रौशनी सी रहा करे
तेरे बगैर आलम सेहरा सा लगे है
जाने कैसी ये तिश्नगी सी रहा करे
ख्याल बन कर जेहन में तो उतरे
पर मिले तो अजनबी सी रहा करे
छूके जो तेरा आँचल चले वो कभी
हवा फिर तो ये संदली सी रहा करे
साजों पे जो तेरा नाम लिख दूँ मैं
तो खुबसूरत मौशिकी सी रहा करे