वो मेरा होकर भी मुझसे जुदा रहा
जब भी मिला बस खफा खफा रहा
क्या मौसम आये क्या बादल बरसे
कहाँ ख्याल सर्द आहों के सिवा रहा
वक़्त ने यूँ मिटा तो दी तहरीरें कई
सीने का मगर, हर ज़ख़्म हरा रहा
रात भर शमा अश्कों की जला करी
सहर कब हुई, ना शब् का पता रहा
खौफ तन्हाई का यूँ मेरे घर आ गया
जो उसकी यादों से ही गले लगा रहा
जिंदा तो हम रहे थे, साँसे भी चलीं थीं
पर कब दिल सुकूं में उसके बिना रहा
उठ-उठ कर रातों को रोया किये हम
हश्र यही "राज़" उम्र भर को बपा रहा
लाजवाब ग़ज़ल है ... एक एक शेर जैसे एक एक अनमोल मोती ..
जवाब देंहटाएंबहोत ही प्यारी गजल.......
जवाब देंहटाएंखूबसूरत गज़ल .. बेहतरीन
जवाब देंहटाएंवाक़ई बेहतरीन ग़ज़ल... हरएक शे‘र उम्दा...बधाई।
जवाब देंहटाएंवाह !! बहुत खूब ... हर शेर कमाल का है ...
जवाब देंहटाएंसभी शेर एक से बढ़कर एक...... उम्दा रचना.....
जवाब देंहटाएंbehad hi sunder bhaw liye khubsurat rachna. aabhar.
जवाब देंहटाएंkk bhai,
जवाब देंहटाएंbahoot hi umda gazal....
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जवाब देंहटाएंअपना साथ ऐसे ही देते रहें....
जवाब देंहटाएंअच्छा कहने के लिए प्रेरणा मिलती है आपके शब्दों से....
उम्मीद करता हूँ ये प्यार यूँ ही बना रहे...
बहुत खूब!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंनेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर उनको शत शत नमन!
bahut hi behtarin abhivykti hai
जवाब देंहटाएंdad kabul kare..
bahut umda ghazal.bahut pasand aai.
जवाब देंहटाएंआप सभी का आभारी हूँ जो अपने कीमती वक़्त दिया.....शुक्रिया
जवाब देंहटाएंबस एक हि शब्द: "लाज़बाब"
जवाब देंहटाएंbahut hi behtreen!
जवाब देंहटाएंरचना जी और अवन्ती जी..शुक्रिया बहुत बहुत
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुति. बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत पोस्ट, आभार.
जवाब देंहटाएंbeautiful gazal badhai
जवाब देंहटाएंआप सभी का दिल से आभार.....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ...aabhar
जवाब देंहटाएंnice thought
जवाब देंहटाएंAti sunder abhivykti,badhiya kavita
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर सृजन , सादर
हटाएंपधारें मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" पर भी , आभारी होऊंगा .
आप सभी का बहुत बहुत आभार..
जवाब देंहटाएंवाह......क्या कहने बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंbehtareen prastuti bahut khoob
जवाब देंहटाएंबहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति बहुत ही अच्छा लिखा आपने .बहुत ही सुन्दर रचना.बहुत बधाई आपको
जवाब देंहटाएंachchi ghazal hai
जवाब देंहटाएंwahhh.....Lazbaab
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा ..सच कहा आपने
जवाब देंहटाएंआज की मेरी नई रचना जो आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है
ये कैसी मोहब्बत है
लाजवाब
जवाब देंहटाएंBHUT KHOOB
जवाब देंहटाएंशुक्रिया ...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत .. बेहतरीन
जवाब देंहटाएंसुंदर...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
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