tag:blogger.com,1999:blog-454619085681591865.post8193194290473930391..comments2023-10-26T20:57:08.316+05:30Comments on " मेरे जज्बात ": उनके लिए तो होठों से बस दुआ निकलेAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/02250120947386658508noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-454619085681591865.post-46492057425177101492012-04-30T14:33:18.551+05:302012-04-30T14:33:18.551+05:30आपकी कलम में रवानी, और दिल में ये जज्बा कायम रहे
...आपकी कलम में रवानी, और दिल में ये जज्बा कायम रहे<br /><br />आपके लिए दिल से सुबो शाम सिर्फ यही एक दुआ निकले<br /><br />मुकेश इलाहाबादी ----------एक बोर आदमी का रोजनामचाhttps://www.blogger.com/profile/03089244925396652303noreply@blogger.com